नई दिल्ली। भारती समूह की कंपनी भारती रिटेल और किशोर बियानी के फ्यूचर रिटेल के विलय का सोमवार को ऐलान हो गया। फ्यूचर रिटेल के बोर्ड ने भारती रिटेल के साथ विलय को अपनी मंजूरी दे दी। दोनों रिटेल चेन के कारोबार को एक नई कंपनी के अंतर्गत लाया जाएगा, जिसे बीएसई और एनएसई पर लिस्ट कराया जाएगा। रिटेल क्षेत्र के कंसोलिडेशन के एक अन्य घटनाक्रम के तहत इससे पहले रविवार को आदित्य बिड़ला समूह ने अपनी रिटेलकारोबार की रिस्ट्रक्चरिंग की थी।
विलय की घोषणा के बाद फ्यूचर समूह के संस्थापक और सीईओ किशोर बियानी ने कहा कि भारती रिटेल की क्षमताएं व नेटवर्क फ्यूचर समूह के पूरक हैं। इससे हम करोड़ों ग्राहकों तक अपनी पहुंच कायम कर पाएंगे और अपने आपूतिकर्ता साझेदारों को नए अवसर दे पाएंगे। भारती एंटरप्राइजेज के उपाध्यक्ष राजन भारती मित्तल ने कहा कि रिटेल भारत के लिए विकास के नए इंजन के रूप में उभर रहा है और हम भविष्य में इस कारोबार के बड़े खिलाड़ी साबित होंगे।
किसको, कितना फायदा होगा?
इस सौदे के बाद फ्यूचर रिटेल के 243 शहरों में 570 से अधिक आउटलेट हो जाएंगे। फ्यूचर रिटेल में विलय से जहां भारती रिटेल के शेयरधारकों को फायदा होगा, वहीं फ्यूचर रिटेल के कर्ज में 1,000 करोड़ रुपए की कमी आएगी। इस मर्जर के बाद भारती रिटेल के एक शेयर के बदले भारती समूह को फ्यूचर रिटेल का एक शेयर मिलेगा। नई कंपनी में भारती समूह की 10 फीसदी हिस्सेदारी होगी। रिटेल कारोबार की देखरेख करने वाली कंपनी फ्यूचर रिटेल होगी, जबकि इंफ्रा और इन्वेस्टमेंट कारोबार को देखने वाली दूसरी कंपनी का नाम फ्यूचर एंटरप्राइजेस होगा। इस विलय से फ्यूचर समूह के लिए ब्याज लागत में कमी आएगी, साथ ही सोर्सिंग और लॉजिस्टिक्स से फायदा होगा। इस करार से फ्यूचर रिटेल की एनसीआर, हरियाणा और बेंगलुरु में पैठ बढ़ेगी।
फ्यूचर रिटेल और भारती रिटेल का होगा मर्जर
फ्यूचर रिटेल के बोर्ड ने सोमवार को भारती रिटेल के साथ विलय को मंजूरी दे दी है। दोनों कंपनियों के रिटेल कारोबार का आपस में विलय होगा। बीएसई को दी जानकारी में कंपनी ने बताया कि भारती रिटेल के एक शेयर के बदले फ्यूचर रिटेल का एक शेयर मिलेगा। विलय के बाद एक नई कंपनी बनाई जाएगी। कंपनी में भारती ग्रुप की 10 फीसदी हिस्सेदारी होगी।
फ्यूचर समूह की कंपनियों के चढ़े शेयर
इस खबर के बाद सोमवार को फ्यूचर समूह की कंपनियों के शेयरों में जोरदार तेजी दर्ज की गई। फ्यूचर रिटेल के शेयर में लगभग 12 फीसदी, फ्यूचर लाइफस्टाइल में लगभग 6 फीसदी और फ्यूचर कंज्यूमर में लगभग 12 फीसदी की तेजी आई। मार्केट एक्सपर्ट कहते हैं कि मर्जर दोनों ही कंपनियों के हित में है। लिहाजा निवेशकों को कंपनियों के शेयरों में लंबी अवधि के लिए दांव लगाना चाहिए। ट्रेड स्विफट के हेड संदीप जैन कहते हैं कि डील दोनों कंपनियों के हित में है। हम उम्मीद करते है कि कंपनी आगे चलकर ई-कॉमर्स पर जोर देगी। इससे कंपनी की आय में बड़ी ग्रोथ की उम्मीद है। रिटेल सेक्टर की अब री-रेटिंग हो सकती है। लिहाजा निवेशकों को लंबी अवधि के लिए इन शेयरों पर दांव लगाना चाहिए।
बदलाव का दौर देख चुकी हैं दोनों कंपनियां
भारती ग्रुप ने कैश एंड कैरी पार्टनर वालमार्ट के साथ मिलकर फुल फ्लेज्ड रिटेल स्टोर की शुरुआत की थी। हालांकि, 2013 में दोनों कंपनियां अलग हो गईं। अमेरिकन रिटेल प्रमुख वालमार्ट ने मल्टीब्रांड रिटेल में एफडीआई के नियमों को देखते हुए भारत में केवल थोक कारोबार पर ध्यान देने का फैसला किया है। भारती रिटेल विभिन्न फोरमैट में 210 ईजीडे स्टोर का संचालन देशभर में कर रही है। अधिकांश स्टोर उत्तरी क्षेत्र में हैं।
2012 में पेंटालूंस में अपनी अधिकांश हिस्सेदारी आदित्य बिड़ला रिटेल को बेचने के बाद फ्यूचर ग्रुप भी अपने कारोबार को संगठित करने के कदम उठा रहा है। विभिन्न फोरमैट में फ्यूचर ग्रुप रिटेल चेन का का संचालन कर रही है, इसमें बिग बाजार ब्रांड से हाइपर मार्केट और फूड बाजार ब्रांड से सुपरमार्केट शामिल हैं।
Source - bhasker
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